क्राइमटॉप न्यूज़दुनियादेशमध्य प्रदेशयुवायूपीराजनीतिराजस्थानराज्यलोकल न्यूज़

रेलवे प्रशासन, दीवार से हटाए जा रहे देवी देवताओं के चित्र,हिंदूवादी संगठनों के आक्रोश के बाद जागा

ललितपुर

हिंदूवादी संगठनों के आक्रोश के बाद जागा रेलवे प्रशासन, दीवार से हटाए जा रहे देवी-देवताओं के चित्र
📰 ललितपुर | Bundelkhand Live TV विशेष रिपोर्ट

ललितपुर रेलवे स्टेशन के सामने दीवार पर बने भगवान नीलकंठ महादेव सहित जनपद के सुप्रसिद्ध तीर्थस्थलों के देवी-देवताओं के चित्रों पर बाथरूम किए जाने की घटना ने धार्मिक भावनाओं को गहरी ठेस पहुँचाई। जैसे ही यह मामला सोशल मीडिया और स्थानीय समाचार माध्यमों पर वायरल हुआ, वैसे ही बजरंग सेना और अन्य हिंदूवादी संगठनों ने इसे लेकर तीव्र विरोध दर्ज कराया।


🛑 क्या था मामला?

रेलवे स्टेशन के पास स्थित एक दीवार पर भगवान शिव, नीलकंठ महादेव और अन्य धार्मिक चित्रों को सजाया गया था। स्थानीय सौंदर्यीकरण के उद्देश्य से बनाए गए ये चित्र धार्मिक श्रद्धा के प्रतीक थे। लेकिन एक पुलिस कर्मी द्वारा उसी स्थान पर मूत्रत्याग (पेशाब) किए जाने का वीडियो सामने आया। यह कृत्य न केवल अशोभनीय था बल्कि धार्मिक अपमान की श्रेणी में आ गया।


🔥 हिंदू संगठनों का विरोध

  • बजरंग सेना, विश्व हिंदू परिषद, हिंदू जागरण मंच सहित कई संगठनों ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी।

  • बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और रेलवे प्रशासन तथा जिला प्रशासन से जवाब माँगा।

  • दीवार के धार्मिक चित्रों पर पेशाब करना न केवल अनैतिक बल्कि अपराध की श्रेणी में बताया गया।


🏃 प्रशासन की त्वरित कार्रवाई

  • पुलिस अधीक्षक मोहम्मद मुस्ताक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित पुलिस कर्मी को तत्काल निलंबित कर दिया।

  • रेलवे प्रशासन ने स्थिति को संभालते हुए दीवार पर पुताई करवाकर सभी धार्मिक चित्रों को हटवाया, ताकि आगे इस तरह की घटनाएं न हों।

  • बजरंग सेना के पदाधिकारियों की देखरेख में पूरी कार्रवाई की गई।


🎙️ बजरंग सेना का बयान

बजरंग सेना ललितपुर के जिला संयोजक ने कहा –

“यह केवल एक धार्मिक चित्र नहीं था, बल्कि हमारी श्रद्धा और संस्कृति का प्रतीक था। इस तरह की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। हमने शांतिपूर्ण विरोध कर प्रशासन को जगाया है, और आगे भी धर्म की रक्षा के लिए खड़े रहेंगे।”


📸 स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया

  • स्थानीय नागरिकों ने इस घटना को अत्यंत शर्मनाक बताया।

  • बहुत से लोगों ने सवाल उठाया कि धार्मिक चित्र सार्वजनिक स्थानों पर बनवाने से पहले उचित सुरक्षा और सम्मान की व्यवस्था क्यों नहीं होती?


📌 भविष्य की मांगें और सुझाव:

  1. सार्वजनिक स्थानों पर धार्मिक चित्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

  2. सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं ताकि इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें।

  3. धार्मिक स्थलों के आस-पास स्वच्छता और शौचालय की उचित व्यवस्था हो।

  4. प्रशासन को चाहिए कि ऐसे मामलों में तुरंत संवेदनशीलता दिखाए।


Bundelkhand Live TV की अपील

हमारी टीम इस घटना की कड़ी निंदा करती है और सभी संबंधित विभागों से निवेदन करती है कि धार्मिक भावनाओं का सम्मान किया जाए। यह मुद्दा किसी धर्म विशेष का नहीं, बल्कि समाज की आस्था और गरिमा से जुड़ा हुआ है।


✍️ रिपोर्ट: Bundelkhand Live TV टीम
📍 ललितपुर, जुलाई 2025

विज्ञापन

Related Articles

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Back to top button