
अपने ललितपुर से एक डरावनी खबर आई है, यहां एक लड़की मोनिका ने अपनी बड़ी बहन को कुल्हाड़ी से हत्या कर दी. मोनिका पढ़ने में तेज थी, उसने इसी साल 10वीं की परीक्षा में अपने जिले की टॉप 10 लिस्ट में रही। अपनी तहसील में 93.50 नंबर के साथ टॉपर थी ।
दोनों बहनों के बीच मूंगफली के बीज को लेकर लड़ाई हुई. इसके बाद दोनों एक दूसरे पर टूट पड़ी. घर में उस वक्त कोई नहीं था इसलिए झगड़ा थमा ही नहीं. दोनों एक दूसरे पर हमला करके गिर गई.
घर वाले आए तो हॉस्पिटल ले गए. बड़ी बेटी शिखा की मौत हो गई. मोनिका गंभीर रूप से घायल है.
यह खबर बेहद दुखद और चौंकाने वाली है। दो बहनों के बीच मामूली विवाद, जो एक सामान्य झगड़ा हो सकता था, ने जानलेवा रूप ले लिया। यह घटना बताती है कि गुस्सा, असहिष्णुता और तात्कालिक आवेग किस तरह एक होनहार जीवन को अंधकार में धकेल सकता है और पूरे परिवार को गहरे दुख में डाल सकता है।
यह सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि सामाजिक और पारिवारिक ताने-बाने के लिए एक चेतावनी भी है — हमें बच्चों को सिर्फ पढ़ाई में नहीं, भावनात्मक संतुलन और क्रोध नियंत्रण में भी शिक्षित करना होगा। वरना एक पल का गुस्सा उम्रभर का पछतावा बन सकता है।