
। शिवशक्ति अखाड़ा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं निरंजनी अखाड़ा के महंत मधुराम शरण शिवाजी महाराज का नगर में तीन दिवसीय प्रवास अत्यंत श्रद्धा और उत्साह के साथ सम्पन्न हुआ। इस प्रवास में सनातन धर्म और सामाजिक समरसता की भावनाओं को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गए।
प्रवास के दौरान 5 जून को एक विशाल व भव्य सशस्त्र संन्यासी पदयात्रा निकाली गई, जिसमें संन्यासियों ने पारंपरिक शस्त्रों का प्रदर्शन करते हुए सनातन संस्कृति की रक्षा और जागरूकता का संदेश दिया।6 जून को “धर्मयोद्धा बैठक” का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न धार्मिक, सामाजिक संगठनों और श्रद्धालुजनों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। बैठक में हिंदू समाज की एकता, धर्म रक्षा, युवा पीढ़ी को संस्कृति से जोड़ने और लव-जिहाद, धर्मांतरण जैसी समस्याओं से निपटने के उपायों पर गंभीर चर्चा हुई।
महंत श्री मधुराम शरण शिवाजी महाराज ने अपने ओजस्वी उद्बोधन में कहा,यह समय धर्म की रक्षा और संगठन की शक्ति को जाग्रत करने का है। जब तक हम संगठित नहीं होंगे, तब तक धर्म पर संकट बना रहेगा।” सभी जातियों के अलग अलग संगठन अपनी जाति के लोगों के विकास की योजनाएं बना कर उन्हें समृद्ध करे किन्तु यह भी ध्यान रखें कि अन्य जातियों के प्रति विद्वेष न पालें. अहंकार छोड़ कर अपनी जाति और महापुरुषों पर गर्व करें. यदि आपके पास लायसेंसी शस्त्र है तो वक़्त पर उसका उपयोग करें. उपयोग करने का समय समय पर अभ्यास भी करते रहें. अपनी जातियों के कौशल युक्त व्यवसाय छोड़े नहीं उन्हें बढ़ावा दें. धार्मिक आयोजनों पर होने वाले व्यय को अपव्यय बताते हुए उन्होंने दुर्गा समिति, गणेश उत्सव समितियों को सुझाव दिया कि व्यय करते समय ध्यान रखें कि आपका पैसा किसके पास जा रहा है.।कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित सुधांशु शेखर हुण्डेत,अध्यक्ष गहोई सेवा समिति शरद खैरा, नवल किशोर सोनी, भरत रिछारिया, रामेश्वर मालवीय, शुभम कौशिक, प्रमोद साहू, कार्यक्रम संयोजक इ.हाकिम सिंह,वरिष्ठ भाजपा नेता गन्धर्व सिंह लोधी, धर्म जागरण जिला संयोजक विनोद शर्मा, सह संयोजक बृजेन्द्र सिंह गौर, नितिन पाराशर, संजय जैन राजू सेठ, विकाश श्रीवास्तव,डग्गी राजा जैरवारा, डॉ. जगवीर सिंह, सुबोध गोस्वामी, नरेन्द्र पाठक, अशोक कुरेले, प्रमोद गुप्ता, सी.एल. गुप्ता, ओ.पी.गुप्ता, सतीश कुरेले, सुलभ सुहाने, सुदामा गुप्ता, प्रशांत तिवारी, राजकिशोर रावत, शुभम गुप्ता, प्रशांत श्रीवास्तव, सौरभ राजा, शुभम कुशवाहा,अमन सोनी,सुमित कुशवाहा, मोहित रैकवार, निक्की रैकवार आदि सैकड़ों सनातनी बंधु एवं संगठनों ने समन्वय स्थापित कर व एकमत होकर धर्म रक्षा और समाज सेवा के लिए निरंतर कार्य करने का संकल्प लिया।