ललितपुर में स्कूल छोड़ चुकी 1620 बालिकाओं की पहचान:जिला प्रशासन की पहल, कक्षा 8 के बाद पढ़ाई छोड़ने वाली छात्राओं को मिलेगा दोबारा प्रवेश
ललितपुर

ललितपुर जिले में शिक्षा के क्षेत्र में एक नई और सराहनीय पहल की जा रही है। जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी के नेतृत्व में, कक्षा 8 के बाद पढ़ाई छोड़ने वाले बच्चों को पुनः शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया गया है।
जिले की 415 ग्राम पंचायतों में से 195 पंचायतों में कराए गए सर्वेक्षण में 1620 किशोरियाँ चिन्हित की गई हैं, जो विभिन्न कारणों से स्कूल नहीं जा पा रही हैं। इस अभियान की निगरानी स्वयं जिलाधिकारी कर रहे हैं।
शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में ब्लॉक नोडल अधिकारी, सह-नोडल अधिकारी और समाजसेवी संस्थाओं के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि वर्ष 2024-25 में कक्षा 8 के छात्रों का शत-प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित करने के लिए 1 से 15 अप्रैल 2025 तक विशेष नामांकन अभियान चलाया गया।
हालांकि, 20 मई 2025 तक केवल 50 प्रतिशत बच्चों ने ही कक्षा 9 में प्रवेश लिया। सर्वे से यह भी पता चला कि पिछले तीन वर्षों (2022-23, 2023-24 और 2024-25) में कई बालिकाएं कक्षा 8 उत्तीर्ण करने के बाद कक्षा 9 में दाखिला नहीं ले सकीं।
जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी का मानना है कि जब तक ललितपुर का एक भी बच्चा शिक्षा से वंचित है, तब तक वास्तविक विकास अधूरा है। उन्होंने कहा कि विद्यालयों की दीवारें खड़ी करने के साथ-साथ बच्चों के सपनों की नींव को भी मजबूत करना आवश्यक है।
उन्होंने कक्षा 9 में शत-प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिला स्तरीय अधिकारियों की ड्यूटी ब्लॉक नोडल अधिकारी के रूप में तथा खंड विकास अधिकारियों को सह-नोडल अधिकारी के रूप में निर्धारित किया है। निर्देश दिया गया है कि ये अधिकारी अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ बैठक कर एक माइक्रोप्लान/कार्ययोजना तैयार करें, जिसके माध्यम से हर बच्चे का कक्षा 9 में नामांकन सुनिश्चित किया जा सके।
इस कार्ययोजना की साप्ताहिक समीक्षा कर रिपोर्ट जिला विकास अधिकारी एवं जिला विद्यालय निरीक्षक के माध्यम से जिलाधिकारी को प्रस्तुत की जाएगी।