
लेखपाल साहब गरीब किसानों की पसीने की कमाई रिश्वत में खाई पर आपने हजम नही कर पाई और न होती इसी लिए कहते है किसान अन्नदाता है जो आनाज पैदा कर हम सबको खिलवाता है कम से कम उसे बक्सों जो जो इनकी पसीने की कमाई रिश्वत में लेगा उनका यही हैं होगा किसानों को बक्सो साहब